नाम ही हमारी पहचान है
नाम ही हमारी पहचान है
नाम में है विलक्षण क्षमता
नाम ही मेरी तुम्हारी पहचान है
नाम की महिमा है अगाध
जग में सभी नामधारी होता है
नाम ही हमारी पहचान है।
हे नर तू क्यों उदास बैठा है
उड़ जा परिंदे की तरह पंख पसारकर
सूर्य की किरणों की तरह तू भी
अपने ज्ञान का प्रकाश फैला जग में।
अनेकों महापुरुषों का नाम
कितने ही प्रेरक है तेरे लिए
चाहें राम कहों चाहें कृष्ण कहोँ चाहें कहों गांधी
नाम ही हमारी पहचान है।
आगे बढ़ हिम्मत ना हार
सुनहरा भविष्य जो, तेरे आगे खड़ा है
जब सपना तूने देखा है तो
क्यों लाचार सा बैठा है।
सर शय्या पर भीष्म पितामह ने
सुनाया था विष्णु सहस्त्र नाम
कितना सर्व प्रिय,कितना सर्वव्यापी होता है
परहित का धर्म निभाने वालों का नाम
नाम ही हमारी पहचान है।
जीवन को अपने धन्य करों
जीवन कर्मो का लेखा है
सुंदर सुंदर तुम कर्म करों
यदि मर कर भी तुम्हें जीना है।
इस कर्म भुमि पर सभी को
कर्मानुसार फल मिलता है
जो जैसा जैसा कर्म करेगा
वह वैसा ही फल पाता है
नाम ही हमारी पहचान है।
नूतन लाल साहू
Gunjan Kamal
08-Jun-2023 06:56 AM
👏👌
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ऋषभ दिव्येन्द्र
28-May-2023 12:40 PM
बहुत अच्छे
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सीताराम साहू 'निर्मल'
28-May-2023 10:41 AM
👏👌
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